सांसद धनंजय सिंह को वहां क्वारन्टीन में रखा गया है। यहां उनके साथ ही गिरफ्तार किया गया विक्रम सिंह को भी क्वारन्टीन किया गया है। दरअसल जिला जेल के भीतर ही एक स्टोर रूम को क्वारन्टीन सेंटर बनाया गया है। यहां बाहर से आने वाले बंदियों को रखे जाने की व्यवस्था की गई है।
बता दें कि मुजफ्फरनगर जनपद निवासी अभिनव सिंहल यहां नमामि गंगे परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर तैनात हैं। बीते रविवार रात दस बजे अभिनव सिंहल ने लाइन बाजार थाने में तहरीर दी कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह के आदमी विक्रम सिंह व 2 अन्य लोग उन्हें अगवाकर उनके कालीकुत्ती स्थित आवास पर ले गए। यहां धनंजय सिंह ने पिस्टल के बल पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। लाइन बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश प्रकाश पांडेय और आधा दर्जन अन्य थानों की टीम ने उसी रात करीब 3 बजे धनंजय सिंह के आवास पर दबिश देकर उन्हें और विक्रम सिंह को गिरफ्तार कर लिया। सुबह होते ही पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। यहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। जेल आने के बाद उन्हें अलग से बनाए गएक्वारन्टीन सेंटर में रखा गया है। जेल प्रशासन ने बताया कि जेल के अंदर एक स्टोर रूम को क्वारन्टीन सेंटर में तब्दील किया गया है। पूर्व सांसद धनंजय सिंह और विक्रम सिंह को यहीं रखा गया है।