जौनपुर- लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे सरायपोख्ता चौकी इंचार्ज अरविंद यादव को एसपी अशोक कुमार ने गुरुवार रात लाइन हाजिर कर दिया। आलाधिकारियों के आदेशों की भी लगातार धज्जी उड़ाने वाले चौकी इंचार्ज के खिलाफ लॉकडाउन के दौरान भ्रष्टाचार व अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह होने पर कार्रवाई की गई।
आरोप है कि ट्रेनिंग के ठीक बाद पहली बार चौकी का प्रभार पाने वाले अरविंद यादव ने आते ही मनमानी शुरू कर दी। लाकडाउन में भी अवैध वसूली का रास्ता तलाश लिया। विरोध में जो भी आवाज उठाता उसको फर्जी मुकदमे में फंसाने और पुलिसिया रौब दिखाने में भी वो पीछे नहीं हटता था। एक के बाद एक कई आरोपों की झड़ी लगती रही, लेकिन सत्ता का संरक्षण प्राप्त एसआई का कोई बाल भी बांका नहीं कर पा रहा था। सूत्र बताते हैं कि लगातार मिल रही शिकायतों से तंग आकर एसपी ने जांच कराई तो कई मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद उसे लाइन हाज़िर कर दिया गया। अब संतोष कुमार पाठक को चौकी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
कुछ चर्चित भ्रष्टाचार के आरोप
- लॉकडाउन के बाद भी पॉलिटेक्निक पर अवैध रूप से मांस की बिक्री।
- कटघरा मोहल्ले से एक मीट व्यवसायी से 5000 की वसूली।
- कटघरा चुंगी से जुए की फड़ पकड़ने के बाद 10 हज़ार की वसूली।
- नखास मोहल्ले से एक व्यक्ति को पकड़ कर 10 हज़ार की वसूली।
-मछ्लीशहर पड़ाव स्थित एक किराना व्यवसायी को लॉकअप में बंद कर 25 हज़ार की वसूली।