जौनपुर: पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के जयंती रविवार को खरका कालोनी स्थित दीनदयाल पार्क में मनाई गई। भाजपा के जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चन्द्र यादव समेत भाजपाइयों ने उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिले के प्रत्येक मण्डल में एक संगोष्ठी आयोजित की गई और जिले के प्रत्येक बूथ पर बूथ अध्यक्ष के नेतृत्व में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती बड़ी धूमधाम से मनाई गई।
राष्ट्रवादी नेता थे दीनदयाल उपाध्याय- गिरीश
संबोधित करते हुए राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि गरीब और दलितों की आवाज, राष्ट्रवादी नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 25 सितंबर को 160वीं जयंती है। भारतीय राजनीति के इतिहास में प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को हर साल अंत्योदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
अंत्योदय व गरीबों की सेवा पर देते थे ज़ोर- पुष्पराज
जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि अंत्योदय और गरीबों की सेवा पर उनका जोर हमें प्रेरणा देता रहता है। उन्हें एक असाधारण विचारक और बुद्धिजीवी के रूप में भी व्यापक रूप से याद किया जाता है। पंडित दीनदयाल के सपने को नरेन्द्र मोदी सरकार पूरा कर रही है। उनके दर्शन सरकारों के लिए मार्गदर्शिका है।
कुशल संगठनकर्ता थे दीनदयाल उपाध्याय- अशोक
एकात्म मानववाद के प्रणेता, जनसंघ के संस्थापक, शुचिता के आधारस्तंभ, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, राष्ट्र ऋषि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक महान चिंतक और कुशल संगठनकर्ता थे। उनके जैसी महान विभूति का जन्म हिंदुस्तान में हुआ यह हम सभी भारत वासियों के लिए गर्व का विषय है। उपरोक्त बातें पूर्व जिला अध्यक्ष व लोकसभा संयोजक श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव ने शक्ति केंद्र रामनगर में उपस्थित कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहीं।
हिन्दू को राष्ट्रीय संस्कृति मानते थे दीनदयाल जी- विद्यासागर
संगोष्ठी का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री व सभासद सरस गोंड के आवास पर किया गया, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती भाजपा जौनपुर नगर दक्षिणी के सभी बूथों पर मनाई गई। पूर्व प्रदेश महामंत्री व विधान परिषद सदस्य विद्यासागर सोनकर ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल जी की मान्यता थी कि हिंदू कोई धर्म या संप्रदाय नहीं बल्कि भारत की राष्ट्रीय संस्कृति है।
जनसंघ का संदेश लेकर दक्षिण भारत तक गए उपाध्यक्ष जी- सुरेंद्र
पूर्व विधायक श्री सुरेंद्र प्रताप सिंह ने उपस्थित लोगों को बताया कि जब पंडित जी को 1968 में जनसंघ के अध्यक्ष पद पर बैठाया गया तो जनसंघ का संदेश लेकर वह दक्षिण भारत तक गए। लखनऊ से राष्ट्रधर्म नामक पत्रिका का संपादन कर जनसंघ और अपने विचारों को घर-घर तक पहुंचाया।
सनातन विचारधारा को योगानुकूल रूप से करते थे प्रस्तुत- अमित
नगर अध्यक्ष अमित कुमार श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप से प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद की प्रगतिशील विचारधारा देने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय उत्कृष्ट संगठनकर्ता व नेता थे।
संगोष्ठी की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष अमित कुमार श्रीवास्तव एवं संचालन महामंत्री सतीश सिंह त्यागी ने किया। आभार नगर उपाध्यक्ष डॉ कमलेश निषाद ने प्रकट किया। संगोष्ठी के पश्चात उपस्थित लोगों ने प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना।
इनकी भी रही मौजूदगी
इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंघानिया, आशीष गुप्ता, सिद्धार्थ राय, रोहन सिंह, अनिल गुप्ता, राकेश सिंह, रिशु सिंह, ज्ञानेंद्र मिश्र, जय विजय सोनकर, बसंत प्रजापति, राजेश कनौजिया, अभिषेक श्रीवास्तव, दीपक मिश्रा, संदीप जायसवाल, सुधांशु विश्वकर्मा, रोहित प्रजापति, राहुल निषाद, जगमेंद्र निषाद आदि उपस्थित रहे।