जौनपुर। मरकज़ी सीरत कमेटी ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर मे जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी ने ज्ञापन के आधार पर समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिया।
दो साल बाद मनाया जा रहा बारावफात- हफ़ीज़
सीरत कमेटी के सदर हफ़ीज़ शाह ने कहा कि बारावफात का जुलूस कोरोना काल के चलते पिछले दो साल से स्थगित था। इस बार पूरी सावधानी के साथ इसे आयोजित किया जा रहा है। ज़िला प्रशासन से मांग है कि पिछली बार की तरह इस बार भी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराए और इसकी आशा भी की जा रही है। इस बार का जुलूस भव्य रूप में निकाला जाएगा।
परंपरागत तरीके से निकलेगा जुलूस- असलम
मरकज़ी सीरत कमेटी के पूर्व अध्यक्ष असलम शेर खान ने कहा की उनका यह जुलुस परम्परागत तरीके से शाही ईदगाह से निकलता आ रहा है। इसी तरह इस साल भी अपनी परंपरा अनुसार निकलेगा।
गंगा जमुनी तहजीब रहेगी बरक़रार: अहद-अरशद
पूर्व अध्यक्ष हाजी अब्दुल अहद मुन्ने और अरशद कुरैशी ने सयुंक्त रूप से कहा की प्रशासन के सहयोग से इस ऐतिहासिक जुलुस को कामयाब कर जौनपुर की गंगा जमुनी तहजीब को ज़िंदा रखेंगे। जनरल सेक्रेटरी अशफ़ाक़ मंसूरी, नेयाज ताहिर शेखू, फ़िरोज़ अहमद पप्पू, शकील मंसूरी ने कहा की इस बार चंद्र दर्शन के अनुसार जुलुस 8 या 9 अक्टूबर को पड़ेगा।
ज्ञापन देने वालो मे मुख्य रूप से एजाज़ अहमद, हाजी अजमत खान, ताहिर शेख,अनस रज़ा एडवोकेट, सैफ अहमद,साकिब अहमद, खजाँची मोहम्मद आसिम,मुख़्तार मंसूरी अंजुमन हैदरिया आदि लोग मौजूद रहे।