कोर्ट में कहा, मानसिक तनाव के कारण दर्ज कराया केस, धनंजय से नहीं कोई विवाद
जौनपुर। पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर रंगदारी और अपहरण का केस दर्ज कराने वाला प्रोजेक्ट मैनेजर कोर्ट में शपथ पत्र देकर आरोप से मुकर गया। बीते 10 मई को लाइन बाजार में एसटीपी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने धनंजय सिंह व विक्रम सिंह पर अपहरण और धमकी देने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था। 20 मई को अगली सुनवाई होनी है।
पचहटिया में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बना रही कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मुज़फ्फरनगर निवासी अभिनव सिंघल की तहरीर पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह व विक्रम सिंह के खिलाफ लाइन बाजार थाने में 10 मई को मामला दर्ज हुआ था। उसी रात पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके सहयोगी विक्रम सिंह को पुलिस ने शहर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया था। अगले दिन कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था। जिला जज की कोर्ट में पूर्व सांसद की जमानत अर्जी पर 20 मई को सुनवाई होनी है। इस बीच केस दर्ज कराने वाले प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीजेएम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा कि उनका धनंजय सिंह से कोई विवाद नहीं है। उनकी ओर से कोई दबाव नहीं दिया गया था, और न ही रुपये की मांग की गई। घटना के वक्त वो मानसिक तनाव और दबाव में था। जिसके कारण उसने केस दर्ज कराया था।