जौनपुर। मुम्बई से जौनपुर पहुंचे एक मज़दूर की तेज बुखार की शिकायत के बाद शेल्टर होम में मौत हो गई। वो गुरुवार को श्रमिक ट्रेन से चलकर प्रयागराज पहुंचा था। वहां से बस पर बिठाकर जौनपुर भेजा गया तो मुंगराबादशाहपुर के सार्वजनिक इंटर कॉलेज में क्वारन्टीन कर दिया गया। शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। मौत के बाद ज़िले का प्रशासनिक अमला इस बात को लेकर भी सहमा है कि कहीं ये ज़िले में कोरोना से पहली मौत तो नहीं। फिलहाल उसका नमूना जांच के लिए भेज दिया गया है।
मुंबई से श्रमिक ट्रेन में बैठ कर निकले सैकड़ों लोगों में जौनपुर के भी कई लोग थे। ट्रेन गुरुवार को प्रयागराज स्टेशन पहुंची तो जौनपुर वालों को बस से भेज दिया गया। ज़िले की सीमा मुंगराबादशाहपुर में बस से आए लोगों को रोक कर शेल्टर होम में क्वारन्टीन कर दिया गया। यहां जांच के दौरान जफराबाद थानांतर्गत नाथूपुर निवासी 34 वर्षीय युवक को तेज बुखार मिला। पूछने पर उसने बताया कि मुंबई में भी उसे बुखार था, लेकिन दवा खाकर वो वहां से रवाना हो गया। इसके बाद शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। प्रवासी मजदूर की मौत के बाद हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को कब्जे में ले लिया और सूचना उच्चअधिकारियों को दे दिया। सूचना मिलने पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, पुलिस कप्तान एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मृतक की संदिग्ध मौत और कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका से उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया। डीएम ने बताया कि अगर जांच में कोरोना पॉजिटिव आता है तो चिंता की बात होगी। क्योंकि सफर के दौरान वो कई लोगों के सम्पर्क में आया होगा। बुखार के बाद भी उसे मुंबई से भेजा जाना भी लापरवाही है।