जौनपुर। श्री दुर्गापूजा महासमिति जिला प्रशासन के रवैये से बेहद नाखुश है। जौनपुर के कैम्प कार्यालय नवदुर्गा शिव मन्दिर प्रतिमा विसर्जन घाट नखास पर बुधवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में अध्यक्ष अनिल अष्ठाना ने प्रशासन पर असहयोग का आरोप लगाया। श्री दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष ने आगामी शारदीय नवरात्रि दुर्गापूजन मे जनपद की ज्वलंत समस्याओं पर जिला प्रशासन को घेरा।
टूटी सड़क और जर्जर बिजली के तार मेले में रुकावट-
अनिल अस्थाना ने कहा कि कोरोना काल के बाद इस बार शारदीय नवरात्र भव्य रूप से मनाए जाने की तैयारी है, लेकिन नगर की टूटी सड़कें, सड़कों पर क्षत-विक्षत हाईटेंशन तार, बजबजाती नाली व रोड पर आप्टिकल फाइवर केबिल इसमें बाधक हैं। इन सभी समस्याओं को लेकर बीते 5 सितम्बर को जिलाधिकारीक मनीष कुमार वर्मा से भेंट की गई। उनको एक पत्रक इस सम्बन्ध में सौंपा गया था।
आश्वासन के बाद भी नहीं हुआ कोई काम-
पत्रक के आधार पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी, अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व रजनीश राय व नगरीय क्षेत्र हेतु नोडल अधिकारी के रूप में नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी संतोष मिश्रा प्रभावी कार्रवाई करेंगे। 20 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक कोई काम नहीं हो सका है। जिला प्रशासन के हवा-हवाई आश्वासन से महासमिति ही नहीं पूरा जनपद आक्रोशित है।
महासमिति ने प्रशासन को दी चेतावनी-
अनिल अष्ठाना ने चेताया कि मार्च माह से बेलगाम अमृत पेयजल परियोजना के अधिकारी जनभावना के साथ-साथ धार्मिक भावना से खिलवाड़ कर रहें हैं, जो कि बरदाश्त योग्य नहीं है। आने वाले समय में जनपद के साथ-साथ श्री दुर्गापूजा महासमिति जौनपुर के साथ तमाम सामाजिक व धार्मिक संगठन सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।
ये रहे मौजूद-
इस अवसर पर प्रमुख रूप से डा० विजय रघुवंशी, राम प्रकाश यादव, महेश जासवाल, आनन्द अग्रहरि, गणेश साहू, रामनरतन विश्वकर्मा, मनीष गुप्ता, रत्नेश सिंह, राजन अग्रहरि, विजय गुप्ता, शैलेन्द्र मिश्र, संतोष मौर्य निशाकान्त द्विवेदी, अमित कुमार गुप्त, सुमित उपाध्याय, संजय मोदनवाल, मयंक मिश्रा, रोशी सोनकर, विष्णु गुप्ता, आलोक कुमार वैश्य संजय विश्वकर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।